आटा चक्की संचालक की माैत के बाद आक्रोशित लोगों ने बवाल खड़ा कर दिया था। इन लोगों ने लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर जाम लगा दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात की गई है।
आगरा के फतेहाबाद में पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान गढ़ी हीसिया के आटा चक्की संचालक केदार सिंह की मौत के मामले में 48 घंटे बाद भी दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध Case दर्ज नहीं किया गया। शनिवार को केदार के घर दिलासा देने के लिए राजनीतिक दलों के लोग और रिश्तेदार पहुंचे, लेकिन कोई पुलिस अधिकारी नहीं आया।
गढ़ी हीसिया में शनिवार को भी सन्नाटा छाया रहा वहीं पीड़ित परिवार को सांत्वना देने भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा। कांग्रेस व अन्य दलों के नेताओं का कहना था कि दोषी पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। दूसरी ओर, केदार सिंह के बेटे देवेंद्र और गजेंद्र का कहना है कि पिता की मौत को दो दिन हो गए हैं। पुलिस ने आश्वासन देकर अंतिम संस्कार तो करवा दिया मगर दोषी पुलिसकर्मियों पर अब तक Case दर्ज नहीं किया है ।
मुंह में कपड़ा ठूंसकर धमकाया
परिजन का कहना है कि लोगों ने उन्हें बताया कि पुलिस चौकी पर धोखाधड़ी के केस में पूछताछ करने के लिए उन्हें धमकाया गया। पिता चिल्लाए तो उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा गया। वह दिल के मरीज थे और उनका इलाज चल रहा था। पुलिस की दहशत ने उनकी जान ले ली। बेटे का कहना है कि अगर दोषी पुलिसकर्मी जेल नहीं गए तो वह चैन से नहीं बैठेगा।
दो दिन की मोहलत, पंचायत में करेंगे फैसला
केदार के भाई मान सिंह ने बताया कि वह दो दिन तक मुकदमा दर्ज होने का इंतजार करेंगे। इसके बाद समाज के लोगों की पंचायत बुलाकर दोषी पुलिसकर्मियों को सजा कैसे दिलाई जाए , इसका फैसला करेंगे।
यह था मामला
थाना डौकी की कबीस चौकी पुलिस में बृहस्पतिवार दोपहर दो बजे आटा चक्की संचालक केदार को घर से पूछताछ के लिए कबीस चौकी पर लाए थे, जहां हिरासत में केदार की मौत हो गई थी। गुस्साए लोगों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर जाम लगा दिया था। शुक्रवार को पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के आश्वासन पर अंतिम संस्कार कराया गया था।