पिछले 17 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता Jagjit Singh Dallewal के संघर्ष को बड़ी सफलता मिली है। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता 13 दिसंबर को हरियाणा-पंजाब के खनूरी बॉर्डर पर डल्लेवाल से मिलने पहुंचेंगे। इस दौरान हरिंदर लाखोवाल, डॉ. दर्शन पाल और अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित रहेंगे। नेताओं ने कहा है कि यह समय किसानों के मुद्दों पर एकजुट होने का है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर लिखा, “किसानों के मुद्दों की यह लड़ाई हम सबकी है। हम कल जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलकर उनका समर्थन करेंगे।”
डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत पर चिंता
आमरण अनशन के 17वें दिन Jagjit Singh Dallewal की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम ने बताया है कि उनका वजन 12 किलो से ज्यादा घट चुका है। उनकी किडनी फेल होने का खतरा है और दिल का दौरा पड़ने की आशंका भी जताई गई है। लंबे समय तक भूखे रहने से उनके लीवर पर भी असर पड़ रहा है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
डल्लेवाल की बिगड़ती हालत और संभावित खतरे को देखते हुए किसानों ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। बुधवार रात को किसान नेताओं ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि केंद्र सरकार डल्लेवाल को हिरासत में लेने के लिए साजिश रच सकती है। इस संभावित खतरे के चलते खनूरी बॉर्डर पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
किसानों से अनूठी अपील
डल्लेवाल के समर्थन में किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में शाम का खाना न बनाएं। उन्होंने आग्रह किया कि लोग अपने परिवार के साथ तस्वीर लेकर #WeSupportJagjeetSinghDallewal हैशटैग के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें, ताकि आंदोलन को और मजबूती मिल सके।
डल्लेवाल का आमरण अनशन और उनका दृढ़ संकल्प न केवल किसानों के हक की लड़ाई है बल्कि सरकार को झुकाने का एक मजबूत प्रयास भी है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में इस आंदोलन से क्या नतीजे निकलते हैं।