Turmeric के औषधीय गुणों के बारे में तो सभी जानते हैं। कई बीमारियों में संजीवनी की तरह काम करने वाला यह मसाला अपने आप में स्वस्थ लोगों के लिए अमृत और बीमारों के लिए वरदान है। हर घर में आसानी से मिलने वाला यह मसाला किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। इसका प्रयोग कई बीमारियों में कई तरह से किया जाता है। यह बहुत उपयोगी और असरदार है|
इसका उपयोग प्राचीन काल से ही कुछ प्रसिद्ध बीमारियों की दवा के रूप में किया जाता रहा है।
बतादें कि यह एक खास औषधि है| इसका उपयोग सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द, आंखों का दर्द, कान का दर्द, पायरिया, गले की खराश, पेट दर्द, बवासीर, पीलिया, मधुमेह, छाती संबंधी रोग, प्रदर, विभिन्न त्वचा रोग, सूजन, पुरानी बीमारियों के लिए किया जाता है लाभदायक और लाभकारी|
त्वचा संबंधी रोगों में नीम की पत्ती का पेस्ट और इसके पाउडर का सेवन किया जाता है। शाम को गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पी सकते हैं।
अंदरूनी चोट लगने पर इसे गर्म करके चार राई के दाने के बराबर चूना मिलाकर लगाया जाता है। यूं तो प्राचीन काल से ही इसका इस्तेमाल कई तरह से किया जाता रहा है जो बहुत फायदेमंद है। हालाँकि, प्रत्येक दवा के अपने अनूठे उपयोग, महत्व और दुष्प्रभाव होते हैं।
Turmeric एक बहुत ही गुणकारी औषधि है लेकिन इसका अधिक उपयोग शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। उदाहरण के लिए, अत्यधिक सेवन से रक्त शर्करा का स्तर बहुत कम हो सकता है, पेट की समस्याएं, रक्तस्राव, एसिडिटी, पीलिया और दस्त हो सकते हैं।
किडनी के मरीजों और पथरी के मरीजों को भी इसके सेवन से बचना चाहिए| आप देख सकते हैं कि ऊपर बताए गए कई रोगों में इसके बहुत महत्वपूर्ण फायदे हैं, लेकिन सही और बेहतरीन लाभ पाने के लिए इसका सेवन किसी आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही करें, क्योंकि कुछ स्थितियों में इसका सेवन हानिकारक नहीं हो सकता है | Turmeric का सेवन करना हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है |