हरियाणा में भाजपा एक ऐसा राजनीतिक समूह है जो आमतौर पर जाट समुदाय पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है। अब वे जाटों को अपने समर्थन में लाने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा के CM Saini का मानना है कि जाट अपने देश से प्यार करते हैं और 1 अक्टूबर को होने वाले चुनावों में भाजपा को वोट देंगे।
मुख्यमंत्री ने चुनावों से ठीक पहले एक महत्वपूर्ण बात कही, और कई लोगों को लगता है कि इसका मतलब अलग है क्योंकि राज्य में कुछ लोग भाजपा पार्टी से नाखुश हैं। कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री की बात का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि लोगों को नौकरी के पत्र देने के बजाय वे सिर्फ़ देश के प्रति प्रेम की बात कर रहे हैं।
भाजपा पार्टी इस बात पर बारीकी से नज़र रख रही है कि गैर-जाट समुदाय के कितने लोग उनके लिए वोट करेंगे। इस चुनाव में कांग्रेस जाट मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए एक ख़ास रणनीति बना रही है। भाजपा को चिंता है कि कहीं सभी जाट मतदाता कांग्रेस को न चुन लें। इसलिए भाजपा के नेता सीएम सैनी अब जाटों पर गर्व करने और देशभक्त होने की बात कर रहे हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुछ पत्रकारों से बात की। एक पत्रकार ने बताया कि भाजपा पार्टी को राज्य में जाट लोगों का समर्थन नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सच नहीं है। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले ही उन्होंने तोशाम नामक स्थान पर एक बड़ी सभा की थी, जिसमें जाट समुदाय ने हाथ उठाकर भाजपा को वोट देने की बात कहकर अपना समर्थन जताया था। नेता ने कहा कि हुड्डा ने जाट समुदाय का फायदा उठाया है।
कांग्रेस पार्टी लोगों को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि जाट भाजपा को वोट नहीं दे रहे हैं, लेकिन वास्तव में सभी जाट लोग भाजपा को वोट दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जाटों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें अपने देश पर बहुत गर्व है और वे इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं, न कि केवल एक व्यक्ति की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इस बार चुनाव के दौरान जाट समुदाय भारतीय जनता पार्टी का भरपूर समर्थन करेगा और उन्हें जिताने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री के बयान के जारी होने के बाद हरियाणा कांग्रेस ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की। पोस्ट में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को भर्ती के बारे में याद दिलाया। मुख्यमंत्री का वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भर्ती पत्र बंटने थे लेकिन देशभक्ति पत्र बांटने लगे। सभी हरियाणावासी देशभक्त हैं सर। बस इतना बताइए कि आचार संहिता के दौरान भर्ती का ड्रामा क्यों कर रहे हो, मनोहर लाल जी साढ़े नौ साल तक खर्राटे क्यों लेते रहे?”