एक व्यक्ति अपने मन की शांति के लिए ज्यादा तर मंदिर जाता है। जब कोई व्यक्ति संसार में चल रही समस्याओं से परेशान हो जाता है तो वह भगवान की शरण में जाता है। मंदिर के पंडित जी वो है मनुष्य और भगवान के बीच मध्यस्थ का काम करते हैं। ज्यादा तर पंडित जी भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं| यह भक्तों को भक्ति में लीन होने में भी मदद करता है। लेकिन Madhya Pradesh के राजगढ़ में एक मंदिर के पुजारी ने जो किया, वह चौंकाने वाला है। जिसे सुन आप भी हैरान हों जाएंगे |
दरअसल मंदिर में पूजा के बाद प्रसाद खाने से नाराज पुजारी ने बच्चे का सिर फाड़ दिया। बच्चे के सिर पर दस टांके लगे हैं। बताया जा रहा है कि बच्चा मंदिर में दर्शन करने गया था| पूजा के बाद बच्चा प्रसाद लेने के लिए खड़ा हुआ। लेकिन जब पुजारी प्रसाद की थाली लेकर आए तो गलती से बच्चे का हाथ थाली से छू गया| इसके बाद पुजारी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया| उसने रॉड उठाकर बच्चे के सिर पर दे मारी।
ये मामला खिलचीपुर के बड़े महाराज मंदिर का है| इस मंदिर में लोग टाइफाइड का इलाज कराने आते हैं। कहा जाता है कि यहां प्रार्थना करने से टाइफाइड ठीक हो जाता है। बच्चा भी इस मंदिर में दर्शन करने आया था| पूजा के बाद बच्चा प्रसाद का इंतजार कर रहा था| उस समय पंडित नरिंदर शर्मा मंदिर में पूजा कर रहे थे। तभी बच्चे का हाथ प्रसाद की थाली से छू गया| इस पर पंडितजी को गुस्सा आ गया और उन्होंने लोहे की रॉड से बच्चे का सिर फोड़ दिया| इससे उसके सर से खून बहने लगा | जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया | जहां उसके सर में दस टांके लगे |
पिता ने की न्याय की मांग
आपको बतादें की नाबालिग के पिता ने इस मामले में पुलिस में मामला दर्ज कराया है| पिता ने कहा कि पुजारी और उसके बेटे ने उसके बेटे की पिटाई की| उनके बेटे के सिर पर दस टांके लगे हैं। सबसे पहले बच्चे को खिलचीपुर अस्पताल लाया गया। इसके बाद उसे राजगढ़ रेफर कर दिया गया। पुलिस ने पुजारी और उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है|