उकलाना के गांव बुढाखेड़ा वासी अमनदीप और प्रभुवाला वासी अमित के बैंक खातों को खोलकर Delhi में अज्ञात लोगों को बेचने और उन खातों में दुबई से लाखों रुपए जमा करवाने-निकलवाने सहित टैक्स चोरी के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है। दोनों दोस्त 4 अगस्त 2023 से कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस थाने के चक्कर काट रहे थे। आरोप है कि इस अवैध लेन-देन से टैक्स नहीं भरने पर खाता माइनस में चला गया है। अब जाकर डीएसपी ने मामले में जांच करके संबंधित लोगों के बयान दर्ज करके तथ्यों के आधार पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया है।
डीएसपी ने अमित व अमनदीप को जांच में शामिल किया था। अमित ने बताया था कि 7 जुलाई 2023 को रवि ने किसी भाई का टारगेट पूरा करवाना है, इसके लिए बैंक खाता खुलवाना होगा जिसकी एवज में बतौर ईनाम 500 रुपए भी मिलेंगे। तब अपने दोस्त अमनदीप का खाता दीपक शर्मा नामक व्यक्ति ने खोला था, लेकिन उसकी पासबुक, एटीएम कार्ड आदि दस्तावेज नहीं दिए थे। जब उससे दस्तावेज मांगते थे तो कहता कि डाक से घर पहुंच जाएंगे। अमनदीप ने पूछने पर बताया कि अमित के कहने पर खाता खुलवाया था। आधार कार्ड नंबर दिया था जिससे दीपक शर्मा ने केवाईसी की थी। मोबाइल नंबर पर ओटीपी आया था जो मर्जी से उसको दिया था।
खाता संबधित दस्तावेज़ मांगने पर उक्त जवाब दिया था। खाता खोलने वाले फार्म पर हस्ताक्षर कर दिए थे। कुछ समय बाद पता चला कि हमारे खातों में दुबई से करीब 15 से 20 लाख रुपए का लेन-देन हुआ है। इससे बैंक खाते माइनस में चले गए। तब बैंक में जाकर खातों को बंद करवाया था। बैंक कर्मी बिठमड़ा वासी दीपक शर्मा ने पूछताछ में कबूला कि तीन साल से एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसिस हिसार में रिलेशनशिप ऑफिसर के पद पर तैनात हूं।
उसका काम स्वैप मशीन, क्यूआर कोड खाता खोलना है। विभाग ने एचडीएफसी बैंक उकलाना मंडी में नियुक्त किया हुआ है। बैंक व विभाग से उक्त कार्य जारी होता है जिसे करके उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट करता हूं। 7 जुलाई को उसके पास उकलाना मंडी के हितेश गोयल के नंबर से कॉल आई थी। वह कहने लगा कि दो खाते एचडीएफसी बैंक शाखा उकलाना मंडी में खोलने हैं। तब बैंक शाखा में बीएसओ आशीष से संपर्क करके 2 नये खाते खोलने के बारे बताया था।
उन्होंने कहा था कि आप ग्राहक के पास पहुंचकर खाता खोलने का काम स्मार्ट अकाउंट एप से पूरा कर दो। इस पर हितेश गोयल द्वारा बताई जगह पर खाता खोलने पुरानी अनाज मंडी में पहुंच गया था। वहां पर उसके अलावा अमनदीप अमित मिले थे। इनका खाता खोलने का प्रथम चरण का काम पूरा किया था। सत्यापन व ओटीपी संबंधित प्रक्रिया पूरी होने पर बीएसओ आशीष आए थे।