Chamkaur Sahib के गांव पिपलमाजरा में सोमवार दोपहर 12 बजे स्कूल बस और कार की टक्कर में कार चालक की मौत हो गई। शुक्र है कि बस सवार बच्चे बाल-बाल बच गए। दुर्घटना के बाद राहगीरों ने कार चालक को गाड़ी से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान प्रीतम सिंह (62) निवासी गांव धनास चंडीगढ़ है। वह दुर्घटना के समय मोरिंडा से बरसाल कलां जा रहे थे।
पुलिस ने मृतक के बेटे लवजीत सिंह के बयान पर बस चालक अमरजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। चश्मदीदों के मुताबिक अगर वक्त पर एंबुलेंस पहुंच जाती तो कार चालक की जान बचाई जा सकती थी। उधर, स्कूल बस के ड्राइवर ने तुरंत स्कूल प्रशासन को फोन करके दूसरी बस बुलवाई और बच्चों को उसमें बिठाकर घर पहुंचाया। बस ड्राइवर ने बताया कि छुट्टी के बाद 25 बच्चों को घर छोड़ने जा रहा था |
बस चालक ने बताया कि गांव पिपलमाजरा पार करते समय सामने से तेज रफ्तार गाड़ी आ रही थी। उन्होंने कार को देखकर हॉर्न मारे, लेकिन कार चालक ने ध्यान नहीं दिया, जिस कारण कार बस के अगले टायर से टकरा गई। उन्होंने बस को पहले से कच्चे रास्ते पर उतारा, जिससे बच्चों की जान बची।
जानकारी के अनुसार स्कूल से छुट्टी के बाद बच्चों को घर छोड़ने स्कूल बस जा रही थी। गांव पिपलमाजरा के पास मोड़ पर मोरिंडा की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार (सीएच 01-बीए 0167) से उसकी टक्कर हो गई। टक्कर से कार क्षतिग्रस्त हुई, जबकि बस का संतुलन बिगड़ गया और बस के दाहिनें हिस्से का टायर क्षतिग्रस्त हो गया।
मौके पर मौजूद राहगीरों ने कार चालक को कार से निकालकर एंबुलेंस का इंतजार किया, लेकिन सिविल अस्पताल से एंबुलेंस नहीं पहुंची करीब आधा घंटे एंबुलेंस का इंतजार करने के बाद एक राहगीर ने अपने वाहन से कार चालक को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसएचओ कमल तनेजा ने बताया कि बस ड्राइवर पर मामला दर्ज कर शव पोस्टमार्टम के लिए रोपड़ भेजा है। इधर, सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. गोबिंद टंडन ने कहा कि एंबुलेंस का ड्राइवर न होने के चलते ऐसा हुआ है। चालक न होने संबंधी 3-4 बार उच्चाधिकारियों को लिख चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।