भारत के नए संसद भवन से जुड़े 10 कमाल के और अमेजिंग फेक्ट्स जानकर आप गौरव महसूस करेंगे
नए संसद भवन की संरचना देश की तीन राष्ट्रिय प्रतीकों राष्ट्रिय पक्षी मोर, राष्ट्रिय पुष्प कमाल और राष्ट्रिय वृक्ष बरगद की थीम पर आधारित है
नए संसद भवन में कुल द्वार हैं जिनमें 3 मुख्य द्वार और 3 उप द्वार बनाए गए हैं, 6 द्वार भारत की ऋतुओं की विशेषता व्यक्त करते हैं
महत्वपूर्ण कामकाज को द्रष्टिगत रखते हुए नए संसद भवन में हाईटेक इक्विपमेंट और आधुनिक सुविधाओं से लैस अलग अलग कार्यालय बनाए गए हैं
नए संसद भवन के उपरी हिस्से में शीर्ष में भारत के राष्ट्रिय प्रतीक "अशोक स्तम्भ" के चार सिंघ को स्थापित किया गया है
अशोक स्तम्भ का निर्माण कांस्य से किया है जिसका कुल वजन 9500 किग्रा. है और स्तम्भ की उंचाई 6.5 मीटर है
नए संसद भवन में लगभग 92 कमरे बनाए गए हैं और नए संसद भवन के एक ओर लोकसभा और दूसरी और राज्य सभा निर्मित की गई है
नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों की बैठक व्यवस्था और राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है
नए संसद भवन में वोटिंग और सदन की कार्यवाही के प्रसारण के लिए मल्टी-मीडिया डिस्प्ले, ऑटोमेटिक कैमरा कंट्रोल और कमांड सेंटर को भी निर्मित किया गया है
नई संसद भवन के सेंटर में बने सेंट्रल फोयर की छत त्रिकोणीय शीशे से बनी है, यहाँ से सूर्य की किरणें फर्श पर बने पेंडुलम क्लॉक पर पड़ती हैं