श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर इस तरह भगवन श्री कृष्ण की पूजा करना चाहिए जिससे भगवन जल्दी प्रसन्न होते हैं
इस वर्ष 6 और 7 सितम्बर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाएगा जिसमें आप इस तरह भगवन श्री कृष्ण की पूजा अर्चना कर सकते हैं
सुबह जल्दी उठकर पवित्र जल से स्नान करें और श्रद्धापूर्वक कठोर व्रत करने का संकल्प लें और पूजा अनुष्ठान शुरू करने से पहले घर और पूजा कक्ष को साफ करें
लड्डू गोपाल जी को सादे पानी, गंगाजल और फिर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और चीनी पाउडर) से स्नान कराएं इसके बाद पुन: शुद्ध जल से स्नान कराएँ
इसके बाद भगवन लड्डू गोपाल को नए सुंदर वस्त्र मुकुट, मोरपंख पहनाएँ और बांसुरी अर्पित करें, इसके बाद पीले चन्दन का तिलक करें
सभी भक्तों को एक लकड़ी का तख्ता (पटा) लेना चाहिए और उस पर पीले रंग का सूती कपड़ा बिछाकर उसे फूलों की माला से सजाना चाहिए
पटे पर लड्डू गोपाल जी को बिठाएं और उन्हें तुलसी पत्र, पंचामृत, मिठाई और पांच अलग-अलग प्रकार के फल का भोग लगाएँ
"ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:" का जाप करें यह भगवान विष्णु का मंत्र है इससे बागवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं
कृष्ण जन्माष्टमी की रात को भगवान कृष्ण की आरती "आरती कुञ्ज बिहारी की" जरुर गाएं साथ ही भगवान के प्रागट्य स्वरुप शंख, घंटा आदि बजाएँ
इसके बाद सूखे धनिया पावडर और चीनी के मिश्रण से बने प्रसाद का भोग लगाकर सभी लोगों में इस प्रसाद को बांटें
कृष्ण जन्माष्टमी के इस कठिन व्रत को नियम पूर्वक पूर्ण करने के बाद आप अपना व्रत तोड़ सकते हैं और फलाहार आदि ग्रहण कर सकते हैं