Panipat पुलिस ने गैंगस्टर कौशल चौधरी गैंग के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है, जिन पर गैंग के शूटरों को हथियार मुहैया कराने की जिम्मेदारी थी। दोनों बदमाश लंबे समय से इस गैंग से जुड़े हुए थे। बताया जा रहा है कि उनकी दोस्ती तिहाड़ जेल में हुई थी।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पकड़े गए बदमाशों में एक की पहचान राजीव उर्फ राजू, निवासी गांव गोच्छी, जिला झज्जर, के रूप में हुई है। वह वर्तमान में गुरुग्राम की शीतल कॉलोनी में किराए पर रहता है। दूसरे आरोपी की पहचान धीरज, निवासी राजीव कॉलोनी, हांसी चौक, करनाल, के रूप में हुई है।
पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है, जिसके बाद उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी।
गिरफ्तारी और बरामदगी
डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश वत्स ने जानकारी दी कि सीआईए टू यूनिट ने इन बदमाशों को चौटाला रोड से बीती रात गिरफ्तार किया। उनके पास से एक-एक देसी पिस्तौल और गोलियां बरामद की गई हैं।
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे कौशल चौधरी गैंग के सदस्य हैं और गैंग के शूटरों को हथियार उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए उन्हें पैसे मिलते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के समय दोनों एक वैगनआर कार में सवार थे। यह कार राजीव अपने भतीजे से मांगकर लाया था।
पुराने आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस जांच में पता चला कि राजीव के खिलाफ 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो दादरी, गुरुग्राम, झज्जर, और दिल्ली में लूट और फिरौती से संबंधित हैं। वहीं, धीरज पर 3 मुकदमे दर्ज हैं, जो इसी तरह के अपराधों से जुड़े हैं।
दोनों आरोपी हाल ही में जमानत पर रिहा हुए थे। राजीव मई में और धीरज सितंबर में जेल से बाहर आया था। पुलिस का कहना है कि पैसे की जरूरत पड़ने पर दोनों दोबारा आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गए थे।
पानीपत आने का मकसद जांच के दायरे में
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये बदमाश पानीपत क्यों आए थे। पूछताछ के दौरान इस संबंध में और खुलासे होने की उम्मीद है।