Guru Nanak Dev Ji महाराज के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने भक्ति और उत्साह के साथ भाग लिया।
गुरुद्वारा साहिब संगत की विशेष पहल
गुरुद्वारा साहिब के सेवकों—अमनदीप सिंह झुनीर, हरसलीन कौर, बवनीत कौर, नवजोत सिंह और हसनदीप सिंह—ने बताया कि गुरु नानक देव जी महाराज की जयंती को समर्पित यह नगर कीर्तन हर वर्ष गुरुद्वारा साहिब संगत द्वारा आयोजित किया जाता है।
नगर कीर्तन का शुभारंभ
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर जसपाल सिंह संधू, और गुरु ग्रंथ साहिब अध्ययन विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर अमरजीत सिंह, ने इस आयोजन में विशेष रूप से भाग लिया। वाइस चांसलर ने गुरु महाराज जी के पवित्र स्वरूप को सुंदर पालकी में सुशोभित कर नगर कीर्तन का शुभारंभ किया।
नगर कीर्तन की भव्यता
नगर कीर्तन विश्वविद्यालय के विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरा। पहले चरण में यह रिहायशी क्षेत्र (डी ब्लॉक) से शुरू हुआ, दूसरा चरण हाई ब्लॉक से होकर गुजरा, और तीसरा चरण भाई मर्दाना प्रशासनिक ब्लॉक में संपन्न हुआ। इस दौरान, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर करणजीत सिंह काहलों, भी गैर-शिक्षण कर्मचारियों के साथ नगर कीर्तन में सम्मिलित हुए।
गर्मजोशी से स्वागत और लंगर सेवा
विश्वविद्यालय के शिक्षण और गैर-शिक्षण विभागों ने गुरु साहिब, पंज प्यारों और निशानची सिंह का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। नगर कीर्तन के दौरान विभिन्न विभागों, आवासीय क्षेत्रों और विद्यार्थियों ने गुरु के लंगर की सेवा दी, जिससे संगत को प्रसाद का आनंद मिला।
संपन्नता और कीर्तन
नगर कीर्तन गुरुद्वारा साहिब में संपन्न हुआ, जहां दरबार साहिब के प्रसिद्ध रागी, डॉ. जतिंदर सिंह, ने संगत को कीर्तन के माध्यम से निहाल किया। इस पावन अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक बना, बल्कि समुदाय के बीच समर्पण और सेवा भाव को भी बढ़ावा दिया।