Mann सरकार के नेतृत्व में, राज्य के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी नीतियां लागू कर रही है। इसी दिशा में ‘फरिश्ते योजना’ की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को समय पर इलाज उपलब्ध कराना है।
लोगों को मदद के लिए प्रोत्साहन
सड़क दुर्घटनाओं के दौरान अक्सर लोग पुलिस कार्रवाई या कानूनी उलझनों के डर से घायलों की मदद नहीं करते। ‘फरिश्ते योजना’ के तहत सरकार ने इस समस्या का समाधान करते हुए आम नागरिकों को घायलों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
जो लोग सड़क हादसों में घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाएंगे, उन्हें पुलिस पूछताछ और कानूनी प्रक्रियाओं से छूट दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, उन्हें 2,000 रुपये नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार ने 20 करोड़ रुपये का आरंभिक बजट आवंटित किया है।
घायलों के इलाज के लिए अस्पतालों की सुविधा
योजना के तहत, पंजाब में 384 से अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों को पंजीकृत किया गया है। इन अस्पतालों में सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को तुरंत इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है।
सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन
‘फरिश्ते योजना’ के साथ ही सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए पंजाब में ‘सड़क सुरक्षा फोर्स’ का गठन किया गया है। इस फोर्स ने अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचाई है और उन्हें समय पर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया है।
तकनीक का उपयोग: मैपल्स मोबाइल ऐप
CM Mann के निर्देश पर, पंजाब पुलिस के ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा विंग ने राज्य स्वास्थ्य एजेंसी और मैप माय इंडिया के सहयोग से ‘मैपल्स मोबाइल ऐप’ का उपयोग शुरू किया है। इस ऐप के जरिए लोग सूचीबद्ध अस्पतालों की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं, जिससे इलाज तक पहुंचने में सुविधा हो।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी
सरकार की इन पहलों के परिणामस्वरूप पंजाब में सड़क हादसों में 25% की कमी आई है। समय पर इलाज मिलने से सैकड़ों लोगों की जान बचाई गई है, जो ‘फरिश्ते योजना’ की सफलता को दर्शाता है।