72 वर्षीय Ramchandra Swami है स्वच्छता अभियान के जुनूनी योद्धा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर 72 वर्षीय Ramchandra Swami पिछले 10 वर्षों से स्वच्छता अभियान में जुटे हैं। हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव कारी मोद के निवासी रामचंद्र बिना किसी आर्थिक लाभ के सार्वजनिक स्थानों को अपनी झाड़ू से स्वच्छ बना रहे हैं। उनकी सेवा भावना ने उन्हें लोगों के बीच ‘मोदी भक्त’ के रूप में लोकप्रिय बना दिया है।

कैसे शुरू हुई स्वच्छता की यात्रा?

Ramchandra Swami ने पहले ट्रक ड्राइवर के रूप में काम किया। ट्रक ड्राइविंग के दौरान उनका गुजरात आना-जाना लगा रहता था। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा झाड़ू उठाकर ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत से प्रेरित होकर Ramchandra Swami ने ट्रक ड्राइविंग छोड़ दी और स्वच्छता का बीड़ा उठाया। तब से लेकर आज तक, उनका जुनून और सेवा भावना अटूट बनी हुई है।

स्वच्छता का जुनून

  • रामचंद्र हर दिन सुबह 5 बजे अपनी कार लेकर घर से निकलते हैं, जिसमें वह हमेशा झाड़ू साथ रखते हैं।
  • जहां भी सार्वजनिक स्थानों पर कचरा देखते हैं, बिना किसी संकोच के सफाई में जुट जाते हैं।
  • वह मुख्य बाजारों, चौक-चौराहों, और अन्य सार्वजनिक स्थानों को साफ करते हैं।
  • हरियाणा, गुजरात और राजस्थान में कई स्थानों पर वह स्वच्छता अभियान चला चुके हैं।

प्रधानमंत्री से मिलने की चाह

Ramchandra Swami ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए दो बार दिल्ली तक पैदल यात्रा भी की, लेकिन अब तक उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है। इसके बावजूद उनकी प्रेरणा और समर्पण में कोई कमी नहीं आई।

लोगों के बीच ‘मोदी भक्त’ के नाम से मशहूर

प्रधानमंत्री मोदी के प्रति उनकी अटूट आस्था और स्वच्छता अभियान के प्रति समर्पण ने उन्हें ‘मोदी भक्त’ के नाम से पहचान दिलाई है। रामचंद्र का कहना है, “प्रधानमंत्री से प्रेरणा पाकर मैंने स्वच्छता को अपनी जीवन का उद्देश्य बना लिया है।”

समाज के लिए संदेश

Ramchandra Swami का जीवन यह संदेश देता है कि अगर व्यक्ति में सेवा की भावना हो, तो वह अकेले भी बड़े बदलाव ला सकता है। स्वच्छता के प्रति उनका समर्पण आज भी कई लोगों को प्रेरित करता है।

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